जालंधर : देहात पुलिस ने जाली भारतीय करेंसी छापने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने उनके पास से 66,200 रुपये की जाली करेंसी बरामद की है। आरोपित युवक लुधियाना के सिविल लाइन निवासी 40 वर्षीय अश्वनी कुमार और जालंधर के कोट किशन चंद निवासी 25 वर्षीय गौरव हैं। इनके पास से बरामद हुई जाली भारतीय करेंसी में ₹100 के 511 नोट, ₹200 के 38 नोट और ₹500 के तीन नोट शामिल हैं।
एसपी हेडक्वार्टर रविंदर पाल सिंह संधू ने बताया कि सबडिविजन आदमपुर के एएसपी आईपीएस अंकुर गुप्ता की अगुआई में थाना भोगपुर के एसएचओ जरनैल सिंह पुलिस पार्टी के साथ बुधवार दोपहर को टी पॉइंट जीटी रोड पर पुलिस नाकेबंदी पर मौजूद थे। सूचना के आधार पर बाइक पर जा रहे दोनों संदिग्ध युवकों को रोका गया। अश्वनी कुमार के कमर में लटके बैग की तलाशी लेने पर ₹49400 बरामद हुए जबकि बाइक की पिछली सीट पर बैठे गौरव की पेंट की जेब से ₹16800 बरामद हुए। एसपी रविंद्र पाल ने बताया कि नकदी की जांच की गई तो सभी नोट मिले। दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना भोगपुर में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
हत्या के प्रयास के मामले में भगोड़ा है आरोपित अश्वनी
शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपित अश्वनी कुमार के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर में हत्या की कोशिश का केस दर्ज है। मामले में वह पिछले काफी समय से भगोड़ा चल रहा था। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर उनका अधिक से अधिक दिनों का रिमांड हासिल करने की कोशिश करेगी ताकि यह पता लगाया जाए कि उनके इस गोरखधंधे में उनके साथ और कौन-कौन शामिल हैं।
जाली 50 हजार, असली 25 हजार
शुरुआती पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे लुधियाना में एक घर में फर्जी नोट छापते हैं। वह अपने भरोसेमंद दोस्तों के माध्यम से छापी गई जाली करंसी को बाजार में उतारते थे। वे 50 हजार की जाली करंसी के बदले असल 25 हजार रुपये लेते थे। वह करीब पिछले डेढ़ साल से यह गोरखधंधा चला रहे हैं। अब तक उन्होंने करीब ₹6,00,000 इस तरह कमाए हैं। हेरोइन पीने का आदी होने के कारण वह इस कमाई रकम से कुछ खास अपने पास नहीं बचा सके।
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