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प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी भीषण आग और सीढ़ियों से उतरते जिंदा जला वर्कर और कई ने कूदकर बचाई जान

लुधियाना : कंगनवाल में प्लास्टिक का दाना बनाने वाली फैक्ट्री में वीरवार देर रात आग लग गई थी। आग में एक मजदूर जिंदा जल गया, जबकि एक घायल हुआ है। आग बुझाने में पूरी रात दमकल विभाग के कर्मचारी लगे रहे। सुबह जाकर काबू पाया गया। इसके बाद ही एक मजदूर का राख में तब्दील हुआ पिंजर फैक्ट्री की सीढिय़ों केपास से मिला है। फैक्ट्री में पुख्ता बंदोबस्त नहीं होने के कारण आग में मजदूर के जलकर मरने पर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

आग मीटर से हुए शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। जब आग लगी तो उस समय फैक्ट्री के ग्राउंड प्लोर पर नीतीश, अमित, पंकज, जिंदा, संदीप और राहुल काम कर रहे थे, जबकि ठेकदार अशोक चौधरी, पीयूष, नीरज चौधरी पहली मंजिल पर सो रहे थे। आग भड़की तो राहुल सो रहे चारों को जगाने के लिए दूसरी मंजिल पर चला गया। नींद से जागे ठेकदार अशोक चौधरी, प्रदीप कुमार ने जगाने आए राहुल के साथ फैक्ट्री की छत से पास के बेहड़े की छत पर छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। नीरज चौधरी कुछ समय बाद जागा और घबराकर नीचे की ओर भागा। सीढिय़ों पर ही आग ने उसे अपनी चपेट में ले लिया और वह जिंदा जल गया।

रात भर आग पर काबू करने में जुटी रही फायर ब्रिगेड की टीम, सुबह राख से लिपटा मिला पिंजर

पूरी रात फायर बिग्रेड के कर्मचारी आग बुझाने में लगे रहे, मगर उसका शव किसी को नहीं दिखा। जब आग पूरी तरह से बुझ गई और रुक-रुक कर पानी डालने का काम शुरू हुआ तो उसका शव सीढिय़ों के पास से मिला। शव को सिविल अस्पताल भेजा गया है। 22 वर्षीय नीरज चौधरी मूलरूप से गांव चंद हिनवा जिला बक्सर बिहार का रहने वाला है। वह इस फैक्ट्री में पिछले दो माह से काम कर रहा था। पुलिस ने नीरज के परिजनों को इस संबंधी जानकारी दी है। इस दौरान झुलसे सोनू कुमार को एसपीएस अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सोनू शादीशुदा है यहां पर अपनी पत्नी नीलम देवी के साथ फैक्ट्री के बगल के बेहड़े में रहता है। गर्भवती पत्नी नीलम देवी का एक बेटा है।

 

कच्चे तौर पर रखा था मजदूरों को

मजदूर नेता चितरंजन कुमार व राजकुमार ने बताया कि फैक्ट्री में मजदूरों को कच्चे तौर पर रखा गया था। नियम के अनुसार मजदूरों का पीएफ काटना होता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। फैक्ट्री से आपात स्थिति में बाहर निकलने का भी रास्ता नहीं था। न अग्नि ही अग्निशमन यंत्र मौजूद थे। चितरंजन व राज कुमार ने कहा कि अगर बंदोबस्त सही होते तो मजदूर का बचाव हो सकता था।

आग बुझाने में लगीं पचास से ज्यादा गाडिय़ां

फैक्ट्री में प्लास्टिक होने के कारण आग एकदम से भड़क उठी थी। आग बुझाने में दमकल कर्मचारियों को छह घंटे तक का समय लगा और इसमें पचास से भी ज्यादा दमकल की गाडिय़ां लगी रहीं।

मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

थाना साहनेवाल प्रभारी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह के अनुसार नीरज चौधरी के गांव निवासी की शिकायत पर फैक्ट्री मालिक राज कुमार गर्ग के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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