बात जब वजन घटाने की होती है तो जहां सबसे पहला ऑप्शन दिमाग में जिम का आता है तो दूसरा कार्डियो रहता है। कार्डियो एक्टिविटीज से न सिर्फ आप बॉडी से एक्स्ट्रा फैट कम कर सकते हैं बल्कि इसके और भी बहुत से फायदे हैं। हालांकि, इससे कई ‘मिथ्स’ भी जुड़े हैं जिनके ‘फैक्ट्स’ जानना जरूरी है…
तेजी से कम होगा वजन
वजन कम करना सिर्फ कार्डियो पर डिपेंड नहीं करता। इसके लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, डाइट के साथ कार्डियो के सही बैलेंस की जरूरत होती है। परफेक्ट डाइट लेना जरूरी है क्योंकि प्रॉपर डाइट के बिना न तो एनर्जी आती और न कार्डियो मदद करता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे लीन मसल्स बनते हैं और वजन घटाने के प्रोसेस में तेजी आती है।
भूखे पेट कार्डियो है बेस्ट
कई लोग सोचते हैं कि अगर खाली पेट कार्डियो किया जाए तो वजन जल्दी कम होता है लेकिन ऐसा नहीं है। जब आप कोई एक्सरसाइज करते हैं तो जरूरी है कि आपकी बॉडी में एनर्जी हो। अगर आप खाली पेट कार्डियो करते हैं तो बॉडी में कमजोरी महसूस होती है और आपकी रिजर्व एनर्जी यूज होने लगती है। ऐसा होने पर मसल्स और ओवरऑल हेल्थ पर असर पड़ता है।
एक घंटे से ज्यादा करें
जब आप कोई कार्डियो मूवमेंट करते हैं तो इसमें आपकी कैलोरीज जरूर बर्न होती है, फिर चाहे आपने 1 घंटे तक जॉगिंग की हो या 20 मिनट दौड़ लगाई हो। आजकल लोगों का मानना है कि ज्यादा हेवी वर्कआउट करने से ही वजन कम होता है और आप अगर देर तक कार्डियो करते हैं तो कोई फायदा नहीं होता, जो सच नहीं है। अगर आप कुछ देर ही कार्डियो करते हैं तो भी यह फायदा देगा।
दोनो सेम ही होते हैं
आजकल जब जिम जाना ट्रेंड में है, तो लोग सोचते हैं कि कार्डियो के बजाय पैरों की एक्सरसाइज की जाए, क्योंकि दोनों एक जैसी ही होती है, हालांकि, पैरों की कसरत करने से उनपर ज्यादा जोर पड़ता है, जबकि कार्डियो अपना काम अलग तरह से करता है। पैरों की एक्सरसाइज से मसल्स में ज्यादा खिंचाव आता है पर कार्डियो में ऐसा नहीं होता।
जिम जाना है बहुत जरूरी
यह सबसे बड़े मिथ्स में से एक है। दरअसल, यह एक बहाना है जो मिथ में बदल गया है। कोई भी एक्टिविटी जिसमें आपका हार्ट रेट बढ़ता है, वह कार्डियो कही जाती है। आप अपने कार्डियो रूटीन में जंपिंग, जॉगिंग, रनिंग, साइकलिंग वगैरह शामिल कर सकते हैं। इनमें से किसी के लिए भी जिम जाने की जरूरत नहीं है।
Be First to Comment