जालंधर : चीन सहित दुनिया के करीब एक दर्जन देशों में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित कर दिया है। केरल में कोरोना वायरस के मरीज की पुष्टि के बाद सेहत विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इधर, पंजाब में भी कोरोना वायरस की दहशत लगातार बढ़ रही है। सरकारी व निजी अस्पतालों में डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ एहतियातन मास्क लगाकर मरीजों की जांच कर रहे हैं। लोग भी मास्क लगाकर घर से निकल रहे हैं। पिछले पांच दिन में मास्क की मार्केट चार से पाच गुणा बढ़ गई है। होलसेलरों के पास स्टॉक कम हो गया है और कंपनी को डिमांड भेजी गई है परंतु सप्लाई नही मिल रही। वहीं, रिटेल केमिस्टों ने मास्क के दाम दो गुणा कर दिए हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिए ट्रिपल लेयर व एन 95 मास्क ही कारगर है।
लोगों में भी दहशत किसी को इंफेक्शन न हो, इसलिए लगाया मास्क
सुल्तानपुर से जांच करवाने आए मरीज मलकीत सिंह का कहना है कि उन्हें खांसी-जुकाम था। सिविल अस्पताल में जांच के लिए आया था। यहां भीड़ देख किसी को इंफेक्शन न हो इसलिए मास्क लगा लिया। वहीं, अस्पताल में मरीज के परिजन सन्नी का कहना है कि अस्पताल में विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त मरीज आते हैं। ऐसे में पता नहीं किसे कोरोना वायरस है या फिर स्वाइन फ्लू है। इसलिए बचाव के लिए मास्क लगाया है। वहीं, हरजीत सिंह का कहना है कि उनके ज्यादातर रिश्तेदार अमेरिका में है। कोरोना वायरस फैलने के बाद तनाव हो पैदा हो गया है। रोजाना वीडियो कॉल करके हालचाल पूछ रहे हैं। फिलहाल वो ठीक है और उन्हें इंडिया आने की सलाह दी है।
मार्केट में मास्क की किल्लत
पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव जीएस चावला ने बताया कि राज्य में 8500 के करीब होलसेल दवा विक्रेता हैं। इनमें से 1230 सर्जिकल का काम करते हैं। 16500 रिटेल केमिस्ट हैं। मार्केट में एन 95 मास्क की किल्लत आ गई है। अगले एक दो दिन में स्टॉफ खत्म हो जाएगा। होलसेलर कंपनियों को डिमांड भेज रहे हैं। लेकिन कंपनी ने सप्लाई देने को लेकर अभी तक कोई हरी झंडी नही दी है। पंजाब में डबल व ट्रिपल लेयर मास्क बनाने और सप्लाई करने वाली 20-25 कपंनियां हैं। जबकि एन-95 किस्म का मास्क मुख्य रूप से रोमसन व 3एम सप्लाई कर रही है।
पंजाब में मास्क की बिक्री में इजाफा हुआ है। कोरोना वायरस की दस्तक से पहले हर माह करीब दो सौ मास्क बेचे थे। पिछले चार दिन में 5500 मास्क बेच चुके हैं। स्टॉक तकरीबन खत्म हो चुका है। कंपनियों व डिस्ट्रीब्यूटरों को ऑर्डर दिए हैं, परंतु सप्लाई नहीं मिल रही है।
-रीशु वर्मा, प्रधान, होलसेल केमिस्ट आर्गनाइजेशन
मास्क बनाने का ज्यादातर कच्चा माल चीन से ही आता है। चीन में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद वहां की कंपनियों से चीन के व्यापारियों ने स्टॉक ले लिया है। इस वजह से घरेलू सप्लाई प्रभावित हो रही है।
-आशु, सर्जिकल होलसेलर
कोरोना वायरस व स्वाइन फ्लू ग्रस्त मरीजों, उनके परिजनों, डॉक्टरों व स्टाफ के अलावा नजला जुकाम के लक्षणों तथा अस्पताल व भीड़ में जाने पर मास्क पहनना जरूरी है। वायरस व इंफेक्शन से डबल लेयर मास्क के मुकाबले ट्रिपल लेयर मास्क अधिक सुरक्षित है। जबकि एन-95 बेहतर है परंतु महंगा होने से कम लोग इस्तेमाल करते है। उन्होंने एक ही मास्क को बार-बार इस्तेमाल न करने की सलाह दी।
-डॉ. गगनदीप सिंह, नोडल अफसर, आईडीएसपी पंजाब
मास्क लगाने के ये हैं फायदे
ऑक्सीजन की मात्रा में होता है सुधारः जिला एपीडिमोलाजिस्ट डॉ. सतीश कुमार का कहना है कि मास्क मूल रूप से सामान्य की तुलना में जल्दी सांस लेने की परेशानी से लोगों को बाहर निकलने में मदद करता है। मास्क पहनने के बाद भी हवा की कंपोजिशन वैसी ही रहती है, जैसी बिना पहने। यह फेफड़ों और डायफार्म को मजबूत बनाने में मदद करता है जिससे फेफड़ों की क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही ऑक्सीजन की मात्रा में भी सुधार होता है।
-ट्रिपल लेयर मास्क गीला होने व चार से छह घंटे बाद बदल लेना चाहिए।
-एन 95 मास्क मरीज को या फिर इलाज करने वाली टीम के लिए बेहद जरूरी है।
-कपड़े का बना मास्क नहीं लगाना चाहिए।
-मास्क बार बार उतार कर जेब में नही डालना चाहिए।
मास्क की किस्में मास्क सुरक्षा (प्रतिशत) कीमत पहले कीमत अब
डबल लेयर 30-40 3-5 रुपये 10-12 रुपये
ट्रिपल लेयर 80-90 60-70 रुपये 130-150 रुपये
एन-95 99.9 90-100 रुपये 150- 200 रुपये
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