उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगरा के सेक्स रैकेट मामले में बड़ा खुलासा किया है। देसी और विदेशी युवतियों का सप्लायर भीमा जेल में है। उसका मोबाइल पुलिस की जांच में अहम भूमिका अदा कर रहा है। पुलिस की मानें तो ताजनगरी में 500 से अधिक युवतियां भीमा से जुड़ी हुई हैं। बड़ी संख्या में युवतियां सदर, ताजगंज, डौकी, फतेहाबाद, सिकंदरा और जगदीशपुरा क्षेत्र की हैं। पुलिस इस मामले में बड़ी कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर रही है।
इंस्पेक्टर सिकंदरा अनुज कुमार ने भीमा से पूछताछ की थी। पुलिस के अनुसार भीमा पकड़े जाने पर भयभीत नहीं था। उसका कहना था कि उसके जेल भेजने से कुछ नहीं होगा। देह व्यापार का अवैध धंधा फिर भी जारी रहेगा। पहले सिर्फ फतेहाबाद मार्ग का एक होटल इसके लिए सबसे सुरक्षित माना जाता था। अब हर होटल में यह अवैध धंधा होता है। होटल के कर्मचारी एजेंटों के संपर्क में रहते हैं। ग्राहक डिमांड करता है तो उसकी डिमांड पूरी कराते हैं। उन्हें बुकिंग देने पर कमीशन मिलता है। उनका कोई रिस्क भी नहीं रहता। सिर्फ ग्राहक का नंबर व्हाट्स एप करते हैं। एजेंट ग्राहक को उसकी पसंद की युवतियों के फोटो उपलब्ध करा देते हैं। जिसे वह पसंद करता है, उसे उसके पास भेज दिया जाता है। इस अवैध धंधे की भी रेट लिस्ट है। युवक कितने हैं, कितनी देर की बुकिंग है।
पूरी रात के लिए पचास-पचास हजार रुपये तक वसूले जाते हैं। भीमा के मोबाइल में पुलिस को तीन दर्जन ऐसे लोगों के नंबर मिले हैं जो सप्लायर हैं। रोशनी भी इनमें से एक है। जो पूर्व में सुर्खियों में रह चुकी है। पुलिस ने बताया कि राणा, गुप्ता, सहगल, नीतेश, सुनील आदि कई नाम इनमें से प्रमुख हैं। एजेंटों का अलग व्हाट्स एप ग्रुप बना हुआ था। पुलिस भीमा के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
जांच में पहले साक्ष्य जुटाए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर देह व्यापार निवारण अधिनियम का एक मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। यह मुकदमा दर्ज करते ही ताबड़तोड़ छापेमारी की योजना है। ताकि एक साथ सभी को जेल भेजा जा सके। एसएसपी अवकाश पर थे। इस कारण पुलिस ने इस संबंध में अपने स्तर से कोई निर्णय नहीं लिया। पहले पूरा प्रकरण उनके संज्ञान में लाया जाएगा। अभी तक जांच में जो मिला उन्हें बताया जाएगा। आगे की कार्रवाई एसएसपी बबलू कुमार के निर्देश पर होगी। पुलिस अभी सिर्फ साक्ष्य संकलन कर रही है।
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