जालंधर. पंजाब में नशातस्करों ने नए-नए पैंतरे इस्तेमाल करने शुरू कर दिए हैं। पुलिस डाल-डाल है तो ये अपने आप को पात-पात समझते हैं। कभी चूल्हे-चौके तक सीमित रहने वाली महिलाएं भी अब तस्करी के धंधे में उतर आई हैं। ये बड़ी आसानी से अपने प्राइवेट पार्ट्स में नशे की पुड़ियां छिपाकर इधर से उधर पहुंचाने का काम करती हैं। यह खुलासा नशा तस्करी के आरोप में पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद महिला कैदियों के आंकड़ों और हाल फिलहाल हुई उनकी गिरफ्तारी से हुआ है। नशातस्करी के मामलों में बीते 8 महीने में लुधियाना में 18, अमृतसर में 2, तरनतारन में 3, फिरोजपुर में 5 महिला तस्करों की गिरफ्तारी इस बात की तरफ इशारा करती है कि ये पुरुषों के मुकाबले सक्रिय हो चुकी हैं। हालांकि पंजाब पुलिस इन तस्करों पर नकेल कसने में कोई कस नहीं छोड़ रही।
ऐसे चलता है ड्रग्स तस्करी का खेल
नशे के कारोबार में संलिप्त ये महिलाएं दिल्ली में बैठे बड़े नाइजीरियन तस्कर से जुड़ी रहती है। तस्करों का एक कोड होता है। नशा तस्कर पुरुषों के पकड़े जाने के कुछ महिने या साल बाद यह कोड नाइजीरियन तस्कर किसी माध्यम से घर की महिलाओं तक पहुंचा देते हैं। फिर इसी कोड के जरिए महिलाएं इन तस्करों से जुड़ जाती हैं और तस्करी का धंधा शुरू होता है।
निजी अंगों में छिपाकर लाती हैं नशा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये ड्रग्स तस्करी से जुड़ी ये चतुर महिलाएं अपने निजी अंगों में सौ-दो सौ ग्राम की पुड़ियां छिपाकर बड़ी आसानी से लेकर जाती हैं, ताकि पुलिस को इनपर शक न हो। पुलिस ने ऐसे कई मामले पकड़े हैं। महिला पुलिस कर्मियों ने जब उनकी जांच की तो उन्हें नशा बरामद हुआ। इसके साथ ही नशा तस्करी के धंधे से जुड़ी महिलाएं अपने निजी साधनों की बजाय ऑटो या बस में आती जाती हैं, ताकि पुलिस नाकों पर ये पकड़ी न जा सकें।
खुद भी नशे की आदी हैं महिलाएं
पंजाब के विभिन्न जिलों पकड़ी जा रही नशा तस्कर महिलाओं में 22 वर्ष की युवतियों से लेकर 65 वर्ष की महिला तक शामिल हैं। इनमें खास बात ये है कि ये महिलाएं अफीम, चूरापोस्त, हेरोइन और स्मैक जैसे नशे की आदी हैं। नशे के लिए बदनाम बस्तियों में तरनातरन की मुहल्ला सिंगल बस्ती, पठानकोट और हिमाचल की सीमा पर स्थित छन्नीबेली, लुधियाना में सलेम टाबरी आदि शामिल हैं। पिछले दिनों लुधियाना में धांधरा रोड पर पकड़ 40 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ी गई 60 वर्षीय महिला ने पुलिस को बताया कि उसका अपने पति से तलाक हो चुका है। उसकी दो बेटियों और एक बेटा है। परिवार का पेट पालने के लिए उसे इस धंधे में उतरना पड़ा।
पुलिस भी हुई सख्त
महिला ड्रग्स तस्करों से कैसे निपटें के सवाल पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाकों पर पुरुष और महिला पुलिस कर्मी तैनात होते हैं। पुलिस कहीं कोई नरमी नही बरत रही है। महिला हो या पुरुष संदेह होने पर सभी की जांच की जाती है। जरूरत पड़ी है तो महिला पुलिस कर्मी संदिग्ध महिला को थाने ला कर चेक करती है। नशे पर नकेल कसना पंजाब पुलिस की पहली प्राथमिकता है।
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